Fascination About तरबूज के रस के फायदे

Wiki Article



तरबूज का रस भी पोषक तत्वों से भरपूर होता है। यह विटामिन सी का एक समृद्ध स्रोत है, जो स्वस्थ प्रतिरक्षा प्रणाली को बनाए रखने के लिए आवश्यक है, साथ ही विटामिन ए, जो स्वस्थ त्वचा और आंखों के लिए महत्वपूर्ण है। तरबूज के रस में पोटेशियम भी होता है, जो रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करता है, और लाइकोपीन, एक एंटीऑक्सिडेंट जो कुछ प्रकार के कैंसर को रोकने में मदद कर सकता है।

गर्मियों के मौसम में स्किन को हाइड्रेट रखने के लिए नियमित रूप से अपने चेहरे पर तरबूज का रस लगाएं।

हृदय संबंधी : अधिक मात्रा में तरबूज के जूस का सेवन करना आपकी हृदय संबंधी समस्‍याओं को बढ़ा सकता है। ऐसा इसलिए है क्‍योंकि तरबूज के जूस में पोटेशियम की उच्‍च मात्रा होती है। जिसके कारण यह अनियमित दिल की धड़कन जैसी समस्‍या का कारण बन सकता है। साथ ही यह तेजी से रक्‍तचाप की गिरावट का भी कारण बन सकता है।

अमोनिया को तेजी से संसाधित करता है और गुर्दे की सूजन को कम करता है

यदि आप वजन नियंत्रण के उपाय ढूंढ रहे हैं तो पेठा आपकी मदद कर सकता है। इसके लिए आप पेठा के जूस का सेवन कर सकते हैं। इसकी फाइबर सामग्री और कम कैलोरी आपके वजन को कम करने में मदद कर सकती है। इसका सेवन करने से यह आपकी भूख को संतुष्‍ट रखता है, जिसके कारण आप के बार-बार खाने की इच्‍छा में कमी आती है, यह भी आपके वजन को नियंत्रित करने में सहायक हो सकता है। पेठा में मौजूद आवश्‍यक पोषक तत्‍व और खनिज पदार्थ मांसपेशियों के विकास को बढ़ावा देने में मदद करते है। जिससे वजन कम करने में मदद मिलती है।

त्वचा से मुँहासे साफ करने में मदद करता है

रिलेशनशिप मेरिज & सेक्स रिलेशनशिप टिप्स सेक्स एजुकेशन सेक्स बीमारी

पोलियो के रोगियों में ख़ून को बढ़ाना और साफ़ करना। त्वचा रोगों में फ़ायदेमंद।

चेहरे पर तरबूज के रस का इस्तेमाल आप टोनर के रूप में कर सकते हैं। स्किन पर मौजूद गंदगी को हटाने में तरबूज का रस बेहद असरदार है।

गर्भवती महिलाओं के लिए उचित लेकिन सीमित मात्रा में

यह मध्यम समय (७५-८० दिन) में तैयार होने वाली किस्म है इसके फल पर हल्के-हल्के हरे से गहरे रंग की धारियाँ पाई जाती है इसका गूदा गहरा गुलाबी और ठोस होता है यह गुणवत्ता में श्रेष्ठ और स्वाद मीठा होता है यह किस्म उच्च तापमान सहिष्णु है यह किस्म एन०आर०सी०एच० द्वारा गर्म शुष्क क्षेत्रों में खेती के लिए जारी की गई है प्रति हे० ४६-५० टन तक उपज दे देती है।

तंदरुस्ती डाइट-फिटनेस महिलाएं मधुमेह हृदय-रोग हाउ टू टूल्‍स सौंदर्य

आयुर्वेदा के हिसाब से तरबूज को रात के समय नहीं खाना चाहिए, इससे दस्त जैसी समस्या भी हो सकती click here है। तरबूज खाने का सही समय सुबह या दोपहर का होता है। और केवल तरबूज ही नहीं हर एक फल को सुबह या दोपहर में भी खाना चाहिए।

(और पढ़ें – त्‍वचा के लिए बीयर के फायदे और सौंदर्य लाभ)

Report this wiki page